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Prem

हर तरफ बिखेरा है तुमने अपने हुस्न का जलवा
वरना जो कल तक करते थे प्रेम नाम से भी नफ़रत
वो भी आज तेरे दीवाने हैं....

✍✍ मयंक जैन


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