Baarish July 25, 2018 शहर-ए-इंदौर को जरूरत नहीं मौसम-ए-बारिश की उसकी बेवफाई के आंसू ही काफी है माहोल नम करने के लिए...! ✍✍✍✍ मयंक जैन Share Get link Facebook Twitter Pinterest Email Other Apps Labels Aashu Baarish Bewafai Mahool Mousam Shahar Share Get link Facebook Twitter Pinterest Email Other Apps Comments
Shatranj ka khel April 30, 2019 मेरी जिंदगी कोई शतरंज का खेल नहीं है ऐ सनम जहां मोहरा भी तेरे हाथ में और चाल भी तेरी ✍✍ मयंक जैन Read more
मुसाफिर August 02, 2020 तू मेरी मंज़िल नहीं हैं ऐ जिंदगी... मुसाफिर हूं इसलिए निकला हूं इस रास्ते पर...! ✍️✍️✍️मयंक जैन Read more
Intezaar July 23, 2018 हम करते रहे मौत का इंतजार पर कमबख्त वो भी माशुका की तरह बेवफा निकली...! ✍✍✍✍ मयंक जैन Read more
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