Baarish July 25, 2018 शहर-ए-इंदौर को जरूरत नहीं मौसम-ए-बारिश की उसकी बेवफाई के आंसू ही काफी है माहोल नम करने के लिए...! ✍✍✍✍ मयंक जैन Read more
Intezaar July 23, 2018 हम करते रहे मौत का इंतजार पर कमबख्त वो भी माशुका की तरह बेवफा निकली...! ✍✍✍✍ मयंक जैन Read more
Ajnabi July 18, 2018 जो हमारी मोहब्बत में कभी पागल हुआ करते थे आज हमसे मिलते है अजनबियों की तरह...! ✍✍✍✍ मयंक जैन Read more
khafa July 12, 2018 मेरी खता से खफा क्या हुई तुम... कि इस दिल ने धड़कना भी छोड़ दिया है...! ✍✍✍✍ मयंक जैन Read more
Gulaam July 09, 2018 अजीब सा जादू है उसके हुस्न में... जिस भी गली मोहल्ले से वो गुजरी हर शख्स उसका गुलाम होता चला गया...! ✍✍✍✍ मयंक जैन Read more
Bewafai July 08, 2018 बेवफाई के बाद भी रूवाब देखो उसका कहती हैं बदल गए हों तुम...! ✍✍✍✍ मयंक जैन Read more
Dil July 05, 2018 मैंने अपनी हर सांस पर तेरा नाम लिख दिया है अब अपने चाहने वालों से कह दो इस दिल की रजिस्ट्री हों गई हैं...! ✍✍✍✍ मयंक जैन Read more
Love proposal July 05, 2018 मेरे हर उस सवाल का जवाब हो तुम जिसे पाने घर से निकला था मैं...! ✍✍✍✍ मयंक जैन Read more
Lamhe July 05, 2018 अब मुझे किसी और के साथ की जरूरत नहीं तुम्हारे साथ बिताए चंद लम्हें काफी है ज़िन्दगी बसर करने के लिए.... ✍✍✍✍ मयंक जैन Read more
Khusboo July 04, 2018 तुझे सोचकर गुलाब को क्या छुआ मेरे सनम कि उसकी सुगंध सारे शहर में ही फैल गई... ✍✍✍✍ मयंक जैन Read more
Husn July 04, 2018 किन अल्फाजों में बयां करूं तेरे हुस्न को तेरे आगे तो जन्नत की हूर भी फीकी लगती हैं ✍✍✍✍ मयंक जैन Read more
Kirdar July 01, 2018 हम हसीनाओं के दिलों पर राज यूं ही नहीं करते ये तो कशिश है मेरे किरदार की कि जिसने मुझे एक बार देखा बस मेरा मरीज़ हो गया ✍✍✍✍ मयंक जैन Read more