देखा जो पहली बार तुम्हें तो होश खो बैठा
नज़रें झुका ली तुमने तो कुछ और समझ बैठा
पाने की जो तमन्ना थी इस वजह से बैचेन हो बैठा
और तेरे ख़्वाबों को तोड़ ना दूं इसलिए अपने दिल को ही तोड़ बैठा...
✍✍✍✍ मयंक जैन
देखा जो पहली बार तुम्हें तो होश खो बैठा
नज़रें झुका ली तुमने तो कुछ और समझ बैठा
पाने की जो तमन्ना थी इस वजह से बैचेन हो बैठा
और तेरे ख़्वाबों को तोड़ ना दूं इसलिए अपने दिल को ही तोड़ बैठा...
✍✍✍✍ मयंक जैन
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