तू मेरे सपनों में रोज आती हों
दिल का चैन रात की नींद उड़ाती हों
ऐसी भी क्या खता हुई हमसे
जो तुम मुझे इतना सताती हों....
जब तुम पास ना हो तो
एक पल एक साल बराबर लगता हैं
और जब पास हो तो
समय भी बेगाना लगता हैं.....
तेरे हुस्न ने मुझ पर ऐसा क्या जादू कर दिया है
कि शराब के बिना ही मुझे मदहोश कर दिया है
तेरे बिना तो अब ये ज़िन्दगी उसी प्रकार अधूरी लगती है
जैसे बिना जल के मछली तड़पती हैं.....
तू मेरे सपनों में रोज आती हों
दिल का चैन रात की नींद उड़ाती हों....
✍✍✍✍ मयंक जैन
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