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Showing posts from 2018

Phool

बगिया का हर फूल गुलाब नहीं होता हर शख्स हमारी तरह बेमिसाल नहीं होता हम भी लुटा देते जिस्म-ओ-जान तेरी मोहब्बत में काश तेरा दिल यूं बेईमान ना होता...! ✍✍✍✍  मयंक जैन

Afsana

दौलत की तराजू में मत तोल मेरी मोहब्बत को अफसाने ज्यादातर वो ही लोग लिखते हैं जो गरीब होते हैं..! ✍✍✍✍  मयंक जैन

Gumnaam

हर चमकती हुई चीज सोना नहीं होती हर रोशनी आफताब का गोला नहीं होती मोहब्बत उनसे करो जो उसके लायक है वरना मेरी जिंदगी अंधेरों में यूं ही गुमनाम ना होती...! ✍✍✍✍  मयंक जैन

Mohabbat

सबूत ही तो नहीं है बस मेरे पास तेरी मोहब्बत का वरना हम यूं ही खड़े नहीं होते गुनहगारों की लाइन में...! ✍✍✍✍  मयंक जैन

Numaish

हम नहीं करते सर-ए-बाजार अपने दिल की नुमाइश उनसे ही पूछ लो उनकी बेवफाई की वजह क्या है....! ✍✍✍✍  मयंक जैन

Jindagi

ख्वाबों में नहीं लिखी जाती जिंदगी की किताब हकीकत से उसे रूबरू होना ही पड़ता है...! ✍✍✍✍  मयंक जैन

Baarish

शहर-ए-इंदौर को जरूरत नहीं मौसम-ए-बारिश की उसकी बेवफाई  के आंसू ही काफी है माहोल नम करने के लिए...! ✍✍✍✍  मयंक जैन

Intezaar

हम करते रहे मौत का इंतजार पर कमबख्त वो भी माशुका की तरह बेवफा निकली...! ✍✍✍✍  मयंक जैन

Ajnabi

जो हमारी मोहब्बत में कभी पागल हुआ करते थे आज हमसे मिलते है अजनबियों की तरह...! ✍✍✍✍  मयंक जैन

khafa

मेरी खता से खफा क्या हुई तुम... कि इस दिल ने धड़कना भी छोड़ दिया है...! ✍✍✍✍  मयंक जैन

Gulaam

अजीब सा जादू है उसके हुस्न में... जिस भी गली मोहल्ले से वो गुजरी हर शख्स उसका गुलाम होता चला गया...! ✍✍✍✍  मयंक जैन

Bewafai

बेवफाई के बाद भी रूवाब देखो उसका कहती हैं बदल गए हों तुम...! ✍✍✍✍  मयंक जैन

Dil

मैंने अपनी हर सांस पर तेरा नाम लिख दिया है अब अपने चाहने वालों से कह दो इस दिल की रजिस्ट्री हों गई हैं...! ✍✍✍✍ मयंक जैन

Love proposal

मेरे हर उस सवाल का जवाब हो तुम जिसे पाने घर से निकला था मैं...! ✍✍✍✍  मयंक जैन

Lamhe

अब मुझे किसी और के साथ की जरूरत नहीं तुम्हारे साथ बिताए चंद लम्हें काफी है ज़िन्दगी बसर करने के लिए.... ✍✍✍✍  मयंक जैन

Khusboo

तुझे सोचकर गुलाब को क्या छुआ मेरे सनम कि उसकी सुगंध सारे शहर में ही फैल गई... ✍✍✍✍  मयंक जैन

Husn

किन अल्फाजों में  बयां करूं तेरे हुस्न को तेरे आगे तो जन्नत की हूर भी फीकी लगती हैं ✍✍✍✍  मयंक जैन

Kirdar

हम हसीनाओं के दिलों पर राज यूं ही नहीं करते ये तो कशिश है मेरे किरदार की कि जिसने मुझे एक बार देखा बस मेरा मरीज़ हो गया ✍✍✍✍  मयंक जैन

Bewafai

वो रास्ता भी तुम्हारी वेबफाई की दास्तां बयां कर रहा है जिस पर तुम मुझे अकेला छोड़कर चलीं आईं थीं... ✍✍✍✍  मयंक जैन

Khushboo

वो डायरी आज भी तुम्हारी मुहब्बत की खुशबू से महक रही है जिसमें मैंने तुम्हारी यादों को सहेजा हुआ है... ✍✍✍✍  मयंक जैन

Husn

तेरे हुस्न ने ना जाने क्या जादू किया मुझ पर अब ना मेरी गिनती आशिकों में होती हैं ना पागलों में ✍✍✍✍  मयंक जैन

Husn

कुछ तो कशिश जरूर रही होगी तुम्हारे हुस्न में वरना यूं ही हर कोई तुम्हारा मुरीद नहीं होता... ✍✍✍✍  मयंक जैन

Galat Fahmi

वो मुस्कुराते रहे हमारी बर्बादी देखकर और मुझे लगा यही हमारे दरमियान मुहब्बत की शुरुआत हैं ✍✍✍✍  मयंक जैन

Jameer

अपने जमीर का कद ऊंचा रखो जनाब वैसे तो इंसान की परछाई भी उसकी काया से बड़ी होती हैं ✍✍✍✍  मयंक जैन

Muhabbat

कैसे पर्दा कर लूं तुम्हारी यादों से काश तुमने भी किसी से सच्ची मोहब्बत की होती... ✍✍✍✍  मयंक जैन

Mahboob

तेरा भी जबाव नहीं मेरे महबूब हुस्न-ए-इश्क के दरबार में सारे आशिक तेरे निकले... ✍✍✍✍  मयंक जैन

Dil

काश ये दिल चिराग की तरह होता जब जब इसे घिसते मेरे महबूब केवल तू ही निकलता ✍✍✍✍  मयंक जैन

Mahboob

महफ़िल तो अब रंगीन होगी जनाब उनसे कहो उनका महबूब आया है... ✍✍✍✍  मयंक जैन

Bewafai

तेरे शब्दों में भी कुछ जाना पहचाना सा ही दर्द हैं लगता है तुझे भी मुहब्बत में बस ठोकरें ही मिली हैं... ✍✍✍✍  मयंक जैन

Be - Inteha Muhabbat

हुस्न के दरबार में हसीनाएं तो बहुत थी पर मैंने जहां भी देखा बस तुझे ही पाया.... ✍✍✍✍  मयंक जैन

Nasha

अब तो मुझे किसी जाम की जरूरत नहीं नशा जो तेरी मुहब्बत का हों गया है.... (जाम मतलब शराब) ✍✍✍✍  मयंक जैन

Pyar ka izhaar

काश तू मेरे चेहरे का नूर बन जाये मैं तेरा कृष्ण तू मेरी राधा बन जाये लोग कहते है प्यार में दो जिस्म एक जान हो जातें हैं तू भी कुछ कर कि तू मेरी दिल की धड़कन बन जाये मैं तुझे हमेशा पलकों पर बिठा के रखूंगा दुनिया के हर झमेले से बचा कर रखूंगा तू बस मेरी मुहब्बत को अपना लें तू कहेंगी तो तेरे कदमों में सारी कायनात रखूंगा काश तू मेरे चेहरे का नूर बन जाये मैं तेरा कृष्ण तू मेरी राधा बन जाये..... ✍✍✍✍  मयंक जैन

Muskurahat

उसकी एक मुस्कुराहट पर अपनी जान लुटा देंगे वो कहे तो उसकी पलकों पर आसमान बिठा देंगे देना होगा यदि मुझे अपनी मुहब्बत का सबूत मयंक तो अपने लहू का एक एक कतरा पानी की तरह बहा देंगे.... ✍✍✍✍  मयंक जैन

Jageer

मेरी मुहब्बत ही मेरी जागीर है कयामत आने से पहले उसके नाम कर दूंगा.... ✍✍✍✍  मयंक जैन

Jindagi

जब से मुझे मुहब्बत क्या हुई तुझसे मेरी जिंदगी भी एक सबाल बन कर रह गई हैं.... ✍✍✍✍  मयंक जैन

Ibadat

आशिकी भी क्या चीज है यारो जो कल तक करती थी मेरे लिए दोनों हाथों से इवादत आज मुझे पहचानने से भी इंकार कर रही हैं.... ✍✍✍✍  मयंक जैन

Ishq

अपने इश्क का सबूत तो अपनी परछाईयां भी देती हैं जो हमारे मिलने से पहले एक हो जाया करती हैं.... ✍✍✍✍  मयंक जैन

Muhabbat

दिल बिखर जाता है तेरी यादों को लेकर काश तू भी समझती मुहब्बत होती क्या है... ✍✍✍✍  मयंक जैन

Dil

जब से किया तेरा दीदार बस तेरा ही हों गया हूं अब तो मेरी परछाई भी तेरे दिल का रास्ता पूछतीं है... ✍✍✍✍  मयंक जैन

Muhabbat

तेरी मुहब्बत मेरे लिए लाइलाज़ रोग बन गया है जिसके ना तो कोई लक्षण है और ना ही कोई दवा ✍✍✍✍ मयंक जैन

muhabbat

तुझसे मुझे मुहब्बत क्या हुई ऐ सनम प्यार के दरबार में हम तो गुनहगार हों गयें.... ✍✍✍✍ मयंक जैन

Aashiyana

मुझे तो तेरी मुहब्बत का ही आशियाना हैं वरना हम आशिकों के घर कहा होते हैं... ✍✍✍✍  मयंक जैन

Sitam

चांद की चांदनी में देंखा था तुम्हें उस रोज क्या सितम ढा रही थी तुम उस रोज जब पास जाके देखा तुम्हें... तो चुड़ैल की अम्मा लग रही थी तुम उस रोज... ✍✍✍✍  मयंक जैन

Khamoshi

तेरी खामोशियां भी बहुत कुछ कह देती है कभी कभी हमेशा तेरा इजहार करना जरूरी तो नहीं.... ✍✍✍✍  मयंक जैन

Ishq

सही कहते हैं लोग कुछ तो बात जरूर है इश्क में वरना यूं ही कोई मुर्दे के लिए महल नहीं बनवाता ✍✍✍✍ मयंक जैन

Muhabbat

ये तो मेरी मुहब्बत का रंग था वरना तुम भी वेवफा हों जाती... ✍✍✍✍ मयंक जैन

Kitab

अपनी आशिकी उस किताब की तरह है जिसके कागज आज भी अपनी मुहब्बत का सबूत देते हैं.... ✍✍✍✍  मयंक जैन

Dil

देखा जो पहली बार तुम्हें तो होश खो बैठा नज़रें झुका ली तुमने तो कुछ और समझ बैठा पाने की जो तमन्ना थी इस वजह से बैचेन हो बैठा और तेरे ख़्वाबों को तोड़ ना दूं इसलिए अपने  दिल को ही तोड़ बैठा... ✍✍✍✍ मयंक जैन

Adhura khwab

तू मेरे लिए उस अधूरे ख्वाब की तरह है जो राह-ए-मंज़िल में बिखरा हुआ है पूरा होने के लिए.. ✍✍✍✍  मयंक जैन

Aashiqi

तू मेरी आशिकी का इम्तिहान मत ले ऐ सनम मैं तेरे लिए सो बार टूटकर फिर बिखर जाऊंगा ✍✍✍✍  मयंक जैन

Sawal jawab

कहते हैं कि कुछ सवालों के जवाब नहीं होते लेकिन मेरी जिंदगी का सवाल भी तुम और जबाव भी तुम..... ✍✍✍✍✍  मयंक जैन

Fitrat

मेरे सवालों के जवाब दें ऐ जिन्दगी तेरे दर पर बार बार आना मेरी फितरत नहीं.... ✍✍✍✍ मयंक जैन

Husn

तू मेरे सपनों में रोज आती हों दिल का चैन रात की नींद उड़ाती हों ऐसी भी क्या खता हुई हमसे जो तुम मुझे इतना सताती हों.... जब तुम पास ना हो तो एक पल एक साल बराबर लगता हैं और जब पास हो तो समय भी बेगाना लगता हैं..... तेरे हुस्न ने मुझ पर ऐसा क्या जादू कर दिया है कि शराब के बिना ही मुझे मदहोश कर दिया है तेरे बिना तो अब ये ज़िन्दगी उसी प्रकार अधूरी लगती है जैसे बिना जल के मछली तड़पती हैं..... तू मेरे सपनों में रोज आती हों दिल का चैन रात की नींद उड़ाती हों.... ✍✍✍✍ मयंक जैन

Girls

घर से लेकर कालेज तक हमेशा दहशत में रहतीं हूं क्या यें मेरी गल्ती हैं कि मैं एक लड़का नहीं बल्कि एक लड़की हूं.... मंदिरों में भगवान के रूप में पूजी जाती हूं... और बाहर आते ही एक पटाखा और माल कही जाती हू... वैसे तो मुझे लक्ष्मी का स्वरूप कहा जाता है.. फिर क्यों मुझे दहेज के लिए मजबूर किया जाता हैं.. मुझे ही सरस्वती लक्ष्मी और दुर्गा कहा जाता है.. फिर क्यों मुझे मां के गर्भ में ही मार दिया जाता है.. लड़कियां देवी का रूप होती है, ये केवल इंसान की जुबान पर ही रह गया है... और आज इंसान इंसान नहीं, जानवर से भी बत्तर हो गया है... घर से लेकर कालेज तक हमेशा दहशत में रहतीं हूं क्या यें मेरी गल्ती हैं कि मैं एक लड़का नहीं बल्कि एक लड़की हूं.... ✍✍✍✍ मयंक जैन

Muhabbat

चांद की चांदनी में यदि मैंने उसके खतों को जलाया न होता ... तो आज मंज़र  कुछ ओर होता... वो मेरी girlfriend होती मैं उसका boyfriend होता... बिछड़ना तो मुहब्बत का दस्तूर है... यदि वो आज किसी ओर की ना होती तो मैं उसके बच्चों का मामा ना होता... ✍✍✍ मयंक जैन

Khanjar

आसु छलक जाते हे आंखौ से जब कोई अपना बेगाना हो जाता है उसकी बेरुखी रास नही आती जब ये दिल उसकी यादों में परवाना हो जाता है यादों के खंजर दिल में तीर चलाते हैं तब ये दिल तार तार हो जाता हे ऐ कैसी मेरी मुहब्बत हे या उसका कोई जादू हे उसकी बेवफाई के बाद भी उसका भोलापन याद आ जाता है आसु छलक जाते हे आंखौ से जब कोई अपना बेगाना हो जाता है... ✍✍✍ मयंक जैन

Bewafa

उसने वादा किया था मुझसे कि आखरीं सांस तक साथ निभायगी लेकिन जब आयी कयामत तो बेबफा हो गई......... ✍✍✍ मयंक जैन

Pyar aur jung

दिल धड़कता हे तो धड़कने दो धड़कने बड़ती है तो बड़ने दो कहते हे कि प्यार और जंग मे सब जायज हे यदि वो बफा नही करती तो उसे बेबफा ही रहने दो मैंने जो प्यार किया उस पर इल्जाम ना लगा यदि वो एक तरफा था तो उसे रहने दो मेरे प्यार को ना वो समझी न तू समझेगा यदि मैं गवार था तो मुझे गवार ही रहने दो.... ढूड़ने चला था अपने ख्वाबो की कल्पना को बीच रास्ते मे ही छोड़ दिया उसने अब मुझे अकेला ही रहने दो..... ✍✍✍ मयंक जैन

Gulab

उसके राह का हर पत्थर गुलाब हो जाये... जो भी उसे देखें वो उसका ख्वाब हो जाये.. उसे पाने की हसरत मे ऐसा पागल हुआ हूं मेरे दोस्त चाहे तो मेरे रुह का हर कतरा कुर्बान हो जाये..... ✍✍✍ मयंक जैन